एटा लाइव। जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रेप की दो अलग अलग घटनाओं के खिलाफ युवाओं ने शुक्रवार शाम एटा में एक कैंडल मार्च निकाला। रेप की घटनाओं के विरोध में एटा के शहीद पार्क से घण्टाघर गाॅधी मूर्ति तक निकाले गए इस कैंडल मार्च में युवा समाजसेवी मेधाव्रत शास्त्री के साथ शहर के सैकडों युवा शामिल थे। इस कैण्डल मार्च में शामिल होने के लिये सोशल मीडिया पर लोगों का सहयोग माॅगा था। सैकडों युवाओं ने इस कैण्डल मार्च में हिस्सा लिया था।
लगातार हो रही हैं रैंप की वारदात
बता दें कि बक्करवाल समुदाय की एक बच्ची जम्मू कश्मीर के कठुआ में रासना गांव स्थित अपने घर के पास से 10 जनवरी को लापता हो गई थी। एक हफ्ते बाद उसी इलाके में उसका शव मिला था। घटना की जांच के लिए गठित एक विशेष जांच टीम यएसआईटीद्ध ने दो विशेष पुलिस अधिकारियों यएसपीओद्ध और एक हेड कांस्टेबल सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पुलिसकर्मियों पर साक्ष्य नष्ट करने का आरोप है। वहीं उन्नाव में एक नाबालिग ने एक भाजपा विधायक कुलदीप सिंह पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया। जब पुलिस ने उसकी गुहार नही सुनी तो उसनें मुख्यमंत्री आवास पर जाकर आत्मदाह का प्रयास किया। इसके दूसरे दिन ही पीडिता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डाक्टर्स ने स्पष्ट किया कि पीडिता के पिता की मृत्यु पीटने के कारण हुई थी। जिसके बाद से ये मामला तूल पकड गया। इस मामले में पुलिस विधायक को बचाने का प्रयास कर रही थी। शासन के दखल के बाद ही विधायक को गिरफ्तार किया जा सका है।
प्रधानमंत्री से चुप्पी तोडने की अपील
कैण्डल मार्च के दौरान मेधावृत शास्त्री ने कहा कि दोनो मामलों में प्रधानमंत्री ने अभी तक कोई टिप्पणी नही की है। जो कि वाकी दुर्भाग्यपूर्ण हैं। दोनो मामले अत्यन्त गम्भीर हैं प्रधानमंत्री को इन पर बोलना चाहिये। बलात्कार एक जघन्य अपराध है। बलात्कारी समाज के लिये कलंक हैं। यदि सरकार इन मामलों में गम्भीरता नही दिखायेगी तो इससे बलात्कारियों का मनोबल बडेगा। कैण्डल मार्च के दौरान युवाओं में आक्रोष था। कैण्डल मार्च को घण्टाघर स्थित गाॅधी मूर्ति पर जाकर समाप्त किया गया। वहीं जम्मू कश्मीर के कठुआ में बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई मासूम को श्रध्दांजलि देने के लिये दो मिनट का मौन वृत भी किया गया।
सोशल मीडिया से इकटठे हुये लोग
कैण्डल मार्च किसी भी राजनैतिक दल द्वारा नही निकाला गया था। इसके लिये सोशल मीडिया पर अपील की गई थी। इस कैण्डल मार्च मे सैकडों युवाओं ने हिस्सा लिया। हाथों में कैण्डल और पोस्टर्स लिये युवा बेहद मायूस लग रहे थे। इस दौरान पुलिस ने भी कैण्डल मार्च के लिये युवाओं को रास्ता देकर मार्च में भागीदारी की। कैण्डल मार्च में अदनान सिद्दीकी, फारूक अब्बास, अनस कुरैशी, आमिर हयात, शादाब अब्बास, प्रवीन कुमार, अयूब अली खाॅन, अमित यादव, पवन वर्मा, देवकुमार, शिवकुमार, मोहित ठाकुर सहित सैकडों युवा मौजूद थे।

