एटा।(अमित माथुर पत्रकार) जनपद में बहुत बड़े पैमाने पर सरकारी राशन की काला बाजारी कई वर्षों से की जा रही हैं। जो राशन सरकार द्वारा गरीबों के लिए भेजा जाता हैं वह गरीबों को न मिलकर राशन माफियाओं द्वारा खरीद लिया जाता हैं।सरकारी राशन की काला बाजारी का खेल अधिकारियों की मिलीभगत से जिले में आमोद वार्ष्णेय पुत्र स्व0 नन्नूमल वार्ष्णेय व देवेंद्र मोहन वार्ष्णेय उर्फ दंगा पुत्र आमोद वार्ष्णेय निवासी बड़ी सब्जी मण्डी एटा द्वारा सरकारी राशन जगह-जगह जिले में पहुँचाने हेतु सरकारी ठेका लिया जाता हैं।
यह ठेका इनके द्वारा माँ काली ट्रांसपोर्ट। कम्पनी जिसकी मालकिन भावना वार्ष्णेय पत्नी देवेंद्र मोहन वार्ष्णेय द्वारा लिया जाता हैं,यह लोग जिले में ज्यादातर राशन कोटेदारों से सांठ-गांठ कर सरकारी राशन खरीद लेते हैं और ट्रांसपोर्ट चलाने और सरकारी राशन की सप्लाई की आड में काला बाजारी का खेल खेलते हैं। इन लोगों का नेटवर्क बड़े माने पर जिले में फैला हुआ हैं, जिसमें बड़े-बड़े अधिकारी एवं राइस मील मालिक मिले हुए हैं इनके द्वारा राशन कोटेदारों से काफी सस्ती दर पर सरकारी राशन खरीद लिया जाता हैं और यह राशन इन राशन माफियाओं द्वारा राइस मील मालिकों को बेच दिया जाता हैं।
इस काम में राधा कृष्णा माँडन राइस मील,गंजडुण्डवारा रोड एटा के मील मालिकों की अहम भूमिका हैं।जिसके मालिक राजीव बंसल एवं संजीव बंसल हैं।इन राइस मील मालिकों द्वारा यह सरकारी राशन खरीद कर अपने अन्य माल के साथ उंचे रेट पर खुले बाजार में बेच दिया जाता हैं। 12 जुलाई 2018 को एसडीएम महोदय द्वारा राधा कृष्णा माँडन राइस मील,गंजडुण्डवारा रोड पर छापा मारा गया तो उक्त राइस मील के गोदाम में तथा मैसर्स बसंल ट्रेडर्स के गोदाम में भारी मात्रा में सरकारी राशन तथा खाद एवं रसद विभाग के बोरे पकड़े गये जोकि इन राशन माफियाओं द्वारा बेचा गया था।इससे पूर्व भी उक्त राइस मील सन् 2012 में भी सरकारी राशन एवं खाद एवं रसद विभाग के बोरे भारी मात्रा में पकड़े गये थे। इससे साफ प्रतीत होता हैं कि उक्त राशन माफियाओं द्वारा किस अवैध तरीके से सरकारी राशन की खरीद फरोख्त खुलेआम की जाती हैं।